
स्तन का आकार बढ़ाने के लिए यह एक सर्वश्रेष्ठ योग है। यह वास्तव में आपकी छाती की मांसपेशियों में खिंचाव लाता है और ब्लड के प्रवाह को बेहतर बनाता है। इसके अलावा यह आसन एक साथ शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे टखने, जांघ, कूल्हे, छाती, गर्दन, हाथ और हाथ में खिंचाव उत्पन्न करता है। गोमुखासन करने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है क्योंकि इसमें पैरों, हाथों, पंजों और हथेलियों को स्ट्रेच करना पड़ता है। लेकिन रोजाना अभ्यास से इसे करने में आसानी होती है। इस आसन को सुबह या शाम बिना कुछ खाए करना चाहिए और 30 से 60 सेकेंड तक इस मुद्रा में बने रहना चाहिए।
फुले हुए स्तन के लिए गोमुखासन ऐसे करें
- अपने पैरों को कमल की मुद्रा में क्रास कर लें।
- अपनी बाईं हथेली को अपने दाहिने घुटने पर और दाहिनी हथेली को ऊपर रखें। तीन बार गहरी सांस लें।
- अब दाहिने हाथ को अपनी छाती के पीछे लाएं और हथेली के पीछे अपनी रीढ़ की हड्डी पर रखें जहाँ तक आप अपने हाथ को पहुंचा सकती हैं।
- फिर बायीं हथेली को अपने सीने के पीछे से कंधे और हाथों की उंगलियों से लाएं।
- अपनी छाती को हवा में पुश करें और 5-10 सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें और फिर वापस सामान्य कमल मुद्रा में आ जाएं।
- गोमुखासन को फिर से करें लेकिन हर बार अपने हाथों का प्लेसमेंट बदलें (दाएं से बाएं, बाएं से दाएं)।
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