लहसुन रात को तकिये के नीचे रखने का जादू

लहसुन में रासायनिक तौर पर गंधक की अधिकता होती है। इसे पीसने पर ऐलिसिन नामक यौगिक प्राप्त होता है जो प्रतिजैविक विशेषताओं से भरा होता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, एन्ज़ाइम तथा विटामिन बी, सैपोनिन, फ्लैवोनॉइड आदि पदार्थ पाये जाते हैं। लहसुन का नाम सुनते ही आपके दिमाग में एक तेज़ गंध दौड़ने लग जाती है. एक भारतीय होने के नाते आपकी निश्चित रूप से आयुर्वेद में पक्की आस्था होगी. कोई धार्मिक कारण आपको आयुर्वेद से दूर ले जाये, पर आपकी रसोई में चलने वाली कड़ाही की मसालेदार गंध से दूर नहीं ले जा सकता है. इन सब में लहसुन की महत्ता ख़ासतौर पर सामने निकल कर आती है.

तिल तथा मस्से हटाने के आसान घरेलू उपचार

मस्से/मस्सा त्वचा पर सूजन की तरह उभरे हुए होते हैं और इनका रंग काला या गहरा भूरा होता है। वैसे तो ये कोई हानि नहीं पहुंचाते परन्तु कभी कभी ये हानिकारक भी हो सकते हैं। अगर ये अचानक उभरकर आते हैं या बड़े होने लगते हैं तो आपको किसी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। मस्से का कारण, मस्से साधारणतः 20 की उम्र के आसपास होते हैं  परन्तु ये 30 से 40 साल की उम्र में भी उभरकर सामने आ सकते हैं। कुछ मस्सों में बाल भी होते हैं पर ज़्यादातर ऐसा नहीं होता। अगर ये मस्से शरीर के किसी ऐसे भाग में होते हैं जो दूसरे लोग देख सकें तो ये काफी शर्मनाक लगता है।ऐसी परिस्थिति में लोग सामाजिक उपस्थिति दर्ज कराने से कतराते ह

जवान दिखने के बेहतरीन जादुई नुस्खे

उम्र बढ़ने के बाद भी महिला हो या पुरुष सभी की दिली ख्वाहिश होती है, कि वह यूथफुल और यंगर दिखें|
आजकल के हाइटेक फैशन टेक्नोलॉजी के दौर में ऐसा होना कोई मुश्किल भी नही है|
ऐसा ही एक ट्रीटमेंट है लेज़र स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट, इसे एक तरह से फेशियल रिजुविनेशन भी कहा जा सकता है|
यह फाइंस लाइन व झुर्रियों को ख़त्म करके त्वचा को जवां दिखाने में बहुत ही मददगार होता है|
क्या है यह ब्यूटी ट्रीटमेंट, कैसे करते हैं|
इसके बारे में जानें और आप भी पाएं युथफुल ग्लोइंग स्किन|

अब घर पर ही पाइये काले घुटनों से निजात

एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए घुटनों का स्वस्थ होना बहुत ज़रूरी है। आपके चलने, दौड़ने, उठने, बैठने और अन्य कई शारीरिक गतिविधियों में घुटनों का प्रयोग होता है। लेकिन इन्हीं घुटनों में जब दर्द होने लगे तो आपकी ज़िंदगी थम जाती है। इसलिए घुटनों के दर्द से बचना बहुत ज़रूरी है। हम आपको ऐसे  टिप्स बता रहे हैं जो आपके घुटनों के दर्द में राहत पहुंचाकर आपको सामान्य जीवन जीने देंगे।

डार्क सर्कल को दूर करने के घरेलू नुस्खों

कहा जाता है कि आंखे वो चीज है जिसे लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। लेकिन अगर आँखों के नीचे  झुर्रिया या काले घेरे हो तो चेहरे की खूबसूरती फीकी पड जाती है। आंखों के नीचे की त्वचा काफी नाजुक होती है। आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल आजकल आम बात हो गई है। महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी ये समस्या बढ़ती जा रही है और इसकी अहम वजह भागदौड़ की दिनचर्या है, जिसमें आराम नहीं है। ऐसे में आंखों के नीचे होने वाले काले घेरे खूबसूरती और स्मार्टनेस को कम कर सकते हैं। कभी-कभी यह समस्या आनुवांशिकता के कारण भी आती है। यह डार्क सर्कल्स आपके सौन्दर्यता में ग्रहण लगा देते हैं। वैसे तो बहुत सार

गोरी और सफेद त्वचा के लिए घरेलू नुस्खे

अगर आप अपनी त्वचा में कई महंगे से महंगा प्रॉडक्ट इस्तेमाल कर चूकीं हैं तो ऐसे में आप आसानी से चारकोल का इस्तेमाल कर सकती हैं, इस प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करके आप अपनी ब्यूटी से संबंधित किसी भी समस्या से राहत पा सकती हैं। जानिए ऐसे ही चारकोल के कुछ लाभ। हर एक औरत गोरी त्वचा पाना चाहती है और कौन नही चाहता गोरी और कोमल त्वचा जो की सबको आकर्षित करे | गोरापन पाने के लिए हम बाजार के बहुत सारे उत्पादो का उपयोग करते है और ना जाने कितने पैसे खर्च करते है| हो सकता है की आपको गोरापन मिल जाए लेकिन रास्यनिक उत्पादो की उपयोग से त्वचा के प्रक्र्तिक चमक कुछ दिनो मे धीरे धीरे ख़त्म हो जाती है | सूरज की किर्णो स

चमकती हुई त्वचा के लिए हर्बल ब्यूटी टिप्स

खुबसुरत त्वचा पाने के लिए महिलाएं बहुत कुछ इस्तेमाल करती है | त्वचा की देखभाल करते समय फेशियल करने का कोई जरूरत नही समझते | अपनी भाग - दौड़ भरी जिन्दगी में समय की कमी होने पर कुछ महिलाएं फेशियल नही करवाती | इन्ही सब समस्याओं के समाधान हम इस लेख के माध्यम से आपको बता रहे है कि आप अपना फेशियल घर पर ही कर सकती है | हम आपको तीन  आसान से तरीके बताएंगे जिसका प्रयोग करके आप अपनी त्वचा की अच्छी तहर देख भाल कर पायंगे | इन तरीकों  का उपयोग करते समय अपनी स्किन टाइप का अवश्य ध्यान रखे |कि आपकी स्किन कैसी है |

टिटनेस इंजेक्‍शन से हो सकती हैं ये दिक्‍कतें

टिटनेस के दुष्‍परिणामों के बारे में हम सभी ने सुना ही होगा। टिटनेस एक प्रकार का गंभीर बैक्‍टीरियल संक्रमण होता है जिसका प्रत्‍यक्ष प्रभाव, व्‍यक्ति के तंत्रिका तंत्र पर पड़ता है।

टिटनेस को लॉकजॉ भी कहा जाता है क्‍योंकि इसकी चपेट में आने पर व्‍यक्ति की मांसपेशियों में भयानक कठोरता आ जाती है और मौत हो जाती है। 

टिटनेस एक प्रकार का रोग है जो क्‍लोस्‍ट्रीडियम टीटनी बैक्‍टीरिया के कारण हो जाता है। यह बैक्‍टीरिया, दुनिया की हर जगह की जमीन, मलबे और पशुमल में पाया जाता है। यह मानव की त्‍वचा पर भी होता है।

शोरगुल से बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा

हाल ही में किए गए एक अध्‍ययन के अनुसार, ट्रैफिक शोर के कारण हार्टअटैक पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। सड़क पर होने वाला शोर, रेल ट्रैफिक शोर, हवाईयात्रा के दौरान होने वाले शोर से व्‍यक्ति के दिल पर गहरा असर पड़ता है। हाईवे के नजदीक रहना, आपके दिल के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

अध्‍ययन के लिए, जर्मनी के प्रौद्योगिकी के ड्रेसडेन विश्‍वविद्यालय से एंड्रियास सीडलर और उनके मित्रों ने पूरे जर्मनी में कई वर्षों तक मूल्यांकन सांविधिक स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से जानकारी को प्राप्‍त किया और अध्‍ययन किया।

कमर की चर्बी कम करने के लिये पीजिये ढेर सारा पानी

प्रमुख लेखक तथा यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन, यूएसए के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर टैमी चंग के अनुसार 'हमेशा हाईड्रेट रहना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है तथा हमारे अध्ययन से इस बात का पता चलता है कि इसका संबंध स्वस्थ व नियंत्रित वज़न से भी है।" 

चंग ने बताया कि 'हमारे अध्ययन के अनुसार जब हम जनसंख्या के स्तर पर मोटापे को संबोधित करते हैं तब हाइड्रेशन की तरफ अधिक ध्यान देना महत्वपूर्ण हो जाता है। निष्कर्षों से पता चला कि वे लोग जो मोटे हैं तथा जिनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) अधिक है उनमें पर्याप्त हाइड्रेशन नहीं पाया जाता।

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