सोने का अनियमित वक्त मानसिक कार्यक्षमता को प्रभावित करता है
अगर आप भी देर रात तक जागते हैं तो सावधान हो जाएं। एक ताजा शोध में पता चला है कि जो लोग देर से सोते हैं, उनके मनोरोगी या फिर मानसिक बीमारी से ग्रस्त होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे लोग अपने सनक भरे विचारों पर ज्यादा नियंत्रण नहीं रख पाते।
न्यूयॉर्क, अमेरिका की बिंघैटम यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान की प्रोफेसर मेरेडिथ कोल्स ने कहा, 'हमनें पाया कि गलत वक्त पर सोने पर कुछ सुनिश्चित नकारात्मक परिणाम होते हैं, इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।'