अलग-अलग ग्रहों से आए हैं पुरुष और महिलाएं?

अंग्रेज़ी में एक कहावत है कि 'मैन आर फ़्रॉम मार्स, वीमेन आर फ़्रॉम वीनस' यानी पुरुष मंगल ग्रह से और महिलाएं शुक्र से आई हैं. लेकिन इन दोनों के मस्तिष्क पर हुए एक अध्ययन का मानना है कि एक मायने में यह सही हो सकता है.

एक ताज़ा अध्ययन में पाया गया है कि पुरुषों और महिलाओं के मस्तिष्क की बुनावट इस क़दर भिन्न है कि लगता है कि दोनों ही अलग-अलग ग्रह की प्रजातियां हैं.

पुरुषों के मस्तिष्क की बुनावट आगे से पीछे की ओर होती है और दोनों हिस्सों को जोड़ने के लिए कुछ ही तंतु होते हैं जबकि महिलाओं के मस्तिष्क में तंतु बाएं से दाहिने और दाहिने से बाएं तिरछे एकदूसरे से जुड़े रहते हैं.

ज़्यादा सफ़ाई हो सकता है ख़तरनाक?

क्या आप रोज़ सुबह स्नान करते हैं या कुछ दिन के अंतराल पर? क्या आप अपनी बेडशीट हर सप्ताह बदलते हैं या तब तक इस्तेमाल करते हैं जब तक वह मैली न हो जाए?

आपके तौलिए कैसे हैं- नए या फिर काफ़ी पुराने? आप उन्हें हर शनिवार साफ़ करते हैं या फिर जब तक वे पूरी तरह गंदे न हो जाएं?

जी हां, बात सफ़ाई की हो रही है. दरअसल हमारे साबुन बैक्टीरिया रोधी होते हैं. घरों में इस्तेमाल होने वाले क्लीनर्स भी 99.9 फ़ीसदी कीटाणुओं को खत्म कर देते हैं.

आम धारणा यही है कि बैक्टीरिया, कीटाणु अच्छे नहीं होते.

जल्‍दी पिता बनने के लिए एक घंटे में करें दो बार सेक्‍स

कई पुरुष यौन संबंध बनाने के बाद जल्‍दी पिता बनने की ख्वाहिश रखते हैं लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाते हैं। हाल ही में इसी संबंध में एक शोध सामने आया है।

शोध के मुताबिक, पुरुषों द्वारा एक घंटे में दो बार सेक्‍स करने के बाद वे जल्‍दी से पिता बन सकते हैं। दरअसल घंटेभर के भीतर ही दो बार सेक्‍स पुरुषों की प्रजनन क्षमता को तिगुना कर देता है।

लंदन के नॉर्थ मिडिलसेक्‍स अस्‍पताल के शोधकर्ताओं ने यह अध्‍ययन लंबे समय तक किया है। शोध में सामने आया है कि पुरुष स्‍पर्म का दूसरा सैंपल एक घंटे में आजाता है। इससे इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट की सफलता के आसार कई गुना अधिक बढ़ जाते हैं।

आधे मस्तिष्क से भी इन्सान रह सकते हैं ज़िंदा !

सुनकर हैरत होगी लेकिन कुछ व्यक्तियों में पाया गया कि उनके दिमाग़ का एक बड़ा हिस्सा ग़ायब है और उन्हें कोई ख़ास बीमारी भी नहीं है. लेकिन ऐसा क्यों?

मस्तिष्क को मानव शरीर का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है और इसका भी अगर महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं हो तो क्या होगा?

टॉम स्टेफ़ोर्ड की पड़ताल

पहली बात तो यह है कि हमें अपने मस्तिष्क के कितने हिस्से की असल में ज़रूरत होती है?

पिछले कुछ महीनों में आई उन ख़बरों पर नज़र दौड़ाई जाए, जिनमें व्यक्ति के दिमाग़ का बड़ा हिस्सा ग़ायब था, तो कुछ चौंकाने वाली बात सामने आती है.

ख़ूबसूरती के फायदे ही नहीं नुकसान भी होते है!

खूबसूरत चेहरे की बदौलत आप जीवन में काफी आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन मनोचिकित्सकों की राय में सुंदर होने के कुछ नुकसान भी हैं.

क्या आप बहुत ख़ूबसूरत हैं? हम सब ऐसा होने का सपना देखते हैं, क्योंकि हमारी नज़रों में ये कोई समस्या नहीं है.

मनोविज्ञान में ख़ूबसूरती के फ़ायदे और नुकसान को लेकर काफी दिलचस्पी देखी गई है. इस दिलचस्पी का केंद्र एक ही सवाल है क्या ख़ूबसूरती के चलते हमेशा फ़ायदा होता है या कभी नुकसान भी उठाना पड़ता है.

इंसानी दूध पीने को लेकर ब्रिटेन में चेतावनी

ऑनलाइन बिक रहा इंसानी दूध नुकसानदेह हो सकता है.

विशेष वेबसाइट और सोशल मीडिया समूह महिलाओं के स्तन से उतरे अतिरिक्त दूध को ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचाते हैं.

इस प्रोडक्ट का नाम 'लिक्विड गोल्ड' रखा गया है.

लंदन की क्वीन मेरी यूनिवर्सिटी की टीम का दावा है कि ये दूध पाश्चरीकृत नहीं है इसलिए इसमें बैक्टीरिया के पनपने की आशंका होती है.

होठों की क्या ज़रूरत है

होंठ...सर्दियों में सूख जाते हैं और कभी कभी दांत इन्हें भोजन समझने की ग़लती करते हुए चबा जाते हैं. तो आख़िर होठों की ज़रूरत क्या है.

पहले बात करते हैं इनकी अहमियत की. पैदा होने के बाद ही हमारा सबसे पहला कौशल होठों के ज़रिए दिखता है और वह है चूसना.

यह इतना मौलिक है कि मानों हम चूसने की कला सीखकर ही पैदा हुए हों और इसे सीखने की ज़रूरत ही नहीं है. यह लगभग सभी स्तनधारियों के लिए सच है.

टाइम पत्रिका की स्तनपान वाली तस्वीर पर विवाद

अमरीका से प्रकाशित होने वाली पत्रिका 'टाइम' के कवर पर प्रकाशित तस्वीर ने दुनिया भर में विवाद खड़ा कर दिया है.

इस तस्वीर में एक तीन बरस के एक तीन बच्चे को अपनी माँ का स्तनपान करते हुए दिखाया गया है.

कुछ लोग इस तस्वीर को लेकर आपत्ति जता रहे हैं तो कुछ इसकी तारीफ़ कर रहे हैं.

लेकिन इस विवाद से परे तस्वीर खिंचवाने वाली माँ ने पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा है, "लोगों को समझना होगा कि ये जैविक रुप से सामान्य बात है."

भरे हुए होंठ और जवानी में सम्बन्ध

भरे हुए होंठ और जवानी
ऐन्जेलिना जोली
हॉलीवुड़ की अभिनेत्री ऐन्जेलिना जोली के भरे हुए होंठ बड़े आकर्षक समझे जाते हैं.

जिन महिलाओं के भरे हुए और कसे होंठ होते हैं वो अपनी उम्र से छोटी दिखाई देती हैं.

यूनिलिवर के वैज्ञानिक डेविड गन ने एक शोध से पाया कि भरे हुए होंठ वाली महिलाओं के अगर कुछ झुर्रियां या सफ़ेद बाल हों तो भी वो अपनी उम्र से कम दिखाई पड़ती हैं.

डेविड गन ने 250 से ज़्यादा महिलाओं पर यह शोध किया जिससे यह पता चला कि पतले होंठ आनुवांशिक कारणों से होते हैं और इन पर हमारे पर्यावरण का कोई असर नहीं पड़ता.

क्‍यूं नहीं रखने चहिये फ्रिज में अंडे?

रेफ्रीजरेटर में अंडों को रखने के लिए एक अलग स्थान दिया गया है तथा अंडों को साल्मोनेला से बचाने के लिए फ्रिज में रखा जाने लगा। लेकिन आज के वैज्ञानिकों का कहना है कि अंडे फ्रिज में नहीं रखे जाने चाहिए तथा इस नए अध्ययन के पीछे छुपे कारणों को सुनकर आप अचंभित हो सकते हैं। हालांकि फ्रिज में रखे गए अंडे ताज़ा रहते हैं और इनका स्वाद भी बना रहा है। परंतु कुछ अन्य कारण हमें विपरीत दिशा में ले जाते हैं। इन कारणों को समझने के लिए इस लेख को आगे पढ़ें: 

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